शनिवार, 19 जनवरी 2013

India-Pakistan Relation

              



      

       पिछले कुछ दिन पहले जो पाकिस्तान के दवारा हमारे सहीद सेनिको के साथ किया उस से हमारा पूरा देश स्तब्ध है, युद्ध विराम होने के बाबजूद पाकिस्तान के दवरा बार-बार उस का उलंघन करना आम बात हो गयी है, लेकिन जिस तरह पाकिस्तानी सेना द्वारा कुछ  दिन पहले लाइन ऑफ़ कण्ट्रोल पर जघयन्य  हत्या की गयी उस से पूरी मानवजाति को सर्मिन्दा किया है, पाकिस्तान हमेशा ऐसा  कुछ न कुछ करता रहता है जिस किए कारण दोनों देशो के रिश्ते आज तक सामान्य नहीं हो पाए, और एस बात से अगर किसी को सा से जायदा परेशानी का सामना करना पड़ता है तो वो लोग है दोनों देशो के आम नागरिक, दोनों देशो के रिश्ते सामान्य नहीं होने के कारण दोनों देशो के बीच हथियारों की होड़ सुरु हो गयी है, आज दोनों देश अपने बजट का सबसे जायदा प्रतिशत अपने रक्षा बजट पर वयय करते है, वो पैसा जिस से दोनों देशो की करोडो गरीबो के लिए विकास किया जा सकता था आज हथियार बनाने और खरीदने मैं लग जाता है!

        भारत की सरकार को दो स्तरों पर इस  का सामना करना पड़ता है एक तो सनिक आधार पर दूसरा आतकवादी घुसपैठ /आतंकवादी हमले, अब एस तरह बार बार होने वाले छदम युद से बचने के दो तरीके हो सकते है या तो दोनों देश लाइन ऑफ़ कण्ट्रोल का वास्तव मैं सम्मान करे या फिर दोनों देशो को एक और युद कर लेना चहिये और जो भी एस युद को जीत ले कश्मीर उस का क्योकि मेरे को बातो से कुछ होता नज़र नहीं आ रहा है, ऐसा नहीं की मैं युद का पक्षधर हु मैं ये भी मानता हु की अगर आज युद्ध हुआ तो इस से दोनों देशो की आर्थिक व्यवस्था बिगड़ जाएगी और दोनों कम से कम 20-30 साल पिछड़ जायेंगे, एर जिस तरह का रविया पाकिस्तान का रहा है वो युद्ध से कम भी नहीं है और इस से सब से जायदा नुकसान भारत को उठाना पड  रहा है !

  पाकिस्तान के अंदर लोकतान्त्रिक सरकार के सामान एक और सरकार चल रही है जिस की वह के वहा चरमपंथी चला रहे है या सीधे सीधे कहे तो आतंकवादी चला रहे है जिस पर  की वह की  लोकतान्त्रिक सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, वो जब जेसा चाहते है वेस करते है, उन का सरकार , ISI , और सेना पर पूरी पकड़ है पाकिस्तानी सरकार उन के हाथ की कटपुतली है!

   एक तरफ तो भारत और पाकिस्तान अपने सम्बंदो को ठीक करने की कोसिस करते है लेकिन बीच बीच मैं पाकिस्तान इस  तरह के कृत्य कर अपने सम्बंदो मैं रूकावट डालता है उस के दवरा भारत के द्वारा दी गयी 20 आतंकवादियों के ऊपर कोई कारवाही नहीं की है जब की भारत पाकिस्तान को उन आतंकवादियों की हरकतों की बारे मैं टाइम टाइम पर सबूत/चूका  देता रहता है पर पाकिस्तान इसे बार बार यह कर कर नकार देता है की ये सबूत न काफी है और सबूत चहिये!

    जहा तक बात भारत सरकार के रविये की है वो आज तक मेरी समझ मैं नहीं आया की आखिर वो चाहते क्या है, पाकिस्तान बार-बार ऐसी हरकते करता रहता है और हम चुप चाप सह जाते है, जायदा से जायदा पाकिस्तानी राजदूत को बुला कर एक सरकारी पत्र पकड़ा देते है जिस मैं लिखा होता है की हम नाराज़ है अप्किस्तानी अपनी हरकतों से बाज़ आये नहीं तो हम खेल सम्बन्ध खत्म  कर लेंगे राजनयिक संबंद खत्म कर लेंगे,  पर सवाल जस का तस की आखिर कब तक हमारे सेनिक एसे ही सहीद होते रहेंगे मुझे तो डर  है की कही इस तरह के रविये से भारत के वीर सनिको का मनोबल कम न हो जाये की सरकार को उन की सहादत से कोई मतलब नहीं !!!

हमें अपने वीर सेनिको के लिए मिसाल कायम करनी होगी जेसा की अमेरिका ने की है वो अपने एक एक सेनिक की रक्षा  के लिए कोई कोर कसर  नहीं छोड़ता है वेस ही हमें करना होगा ताकि हमारे  वीर सेनिको का मनोबल बना रहे और हमारे सेनिक, देश और सरहदों की रक्षा पूर्ण  निष्ठा से करे!!!