सोमवार, 21 जुलाई 2014

भारत की राजधानी डेल्ही और डेल्ही की सरकार...

     

       

एक बार फिर से डेल्ही मैं सरकार बनाने के लिए जोड़ तोड़ और गुटबाजी का मंज़र नज़र आ रहा है!
डेल्ही से देश से  अपना सब कुछ लूटा चुकी "आप" एक बार फिर चुनाओं और सरकार बनाने की बात करती नज़र आ रही है.

      आप जिस किसी समाचार चैनल चलाइये बस आप को भारतीय जनता पार्ट्री और आप के सदस्य मुहजवानी एक दूसरे पर हमला करते हुए नज़र आ रहे है, हर कोई दल एक दूसरे को चुनाओ से डरा हुआ बता रहा है, कोई बोलता है हमारे दल के नेता को २० करोड़ का ऑफर है कोई बोलता है की हम ख़रीद फ़रोख़त मैं विश्वास  रखते.

    पर आज भी बुनियादी सवाल की आखिर आम जनता का क्या वो आज  अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है।  वो आज भी अपने को समझा नहीं पा रही है की आखिर उन की क्या गलती, उन्होंने भारतीय जनता पार्ट्री को आजमाया कांग्रेस को आजमाया और आखिर मैं आप को अपना बहुमूल्य वोट दिया उम्मीदों के साथ..... नतीजा वोही ढाक के चार पात.

  अब चाहे अगले चुनाओ मैं किसी की भी सरकार बने पर अगर किसी का नुकसान होने वाला है तो वो है  जनता क्योकि उन की खून पसीने की गाड़ी कमाई दुबारा से चुनाओ मैं खर्च होने वाली है, जिस पैसे का इस्तेमाल जनता के हित के लिए किया जाना था दुबारा से चुनाओ मैं खर्च होगा।  

और फिर क्या वो सरकार सही  पायेगी? जनता की उमीदो पर खरा उतर पायेगी?

सवाल बहुत सारे पर जवाब शायद एक  सब्द और वो है उम्मीद"              

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