सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

"Valentine's Day"



             
                       वैलेंटाइन्स दिवस १४ फरवरी को हर साल मनाया जाता है, अरे ये आप कोन सी नयी बात बता रहे है ये तो सब जानते है मानते है पहचानते है, भला इस दिन को कोई भी युवा केसे भूल सकता है, इसी दिन से ही तो लोगो ने अपने प्यार को इजहार करना सिखा, बस इस दिन का इंतजार तो सब को पुरे साल भर रहता है की कब ये दिन आएगा और मैं कब अपने दिल की बात अपनी जाने बहार, जाने तमना, मेरी सोना, मेरा बच्चा, डार्लिंग , और इसी ही बहुँत सरे नाम जो सायद मैं तो इतने नाम जनता भी नहीं की और क्या क्या नाम हो सकते है!
पयार करने का टाइम, क्या करे अब सब कम टाइम टेबल से होते है, टाइम ही नहीं है किसी के पास किसी के लिए पयार के लिए सब व्यस्त है अपने आप मैं अपने काम मैं, अब तो प्यार का इजहार करने के लिए भी एस्पेसिअल दिन बनाना पड़ा है, वो भी पूरा एक हफ्ता वो भी सिर्फ पयार के नाम, 7 तारिक से सुरु होता है पहला दिन इन प्यारे प्यारे "गुलाब के फूलो के लिए" और उस जेसे अपने उस जेसे प्यारे प्यारे "प्यार के लिए" अब एन फूलो का कुछ तो मतलब है, अब एन फूलो का क्या मतलब है?


अब इन सब बातो ये नहीं लगता की अब का पयार कुछ टाइम के लिए रह गया है जेसे की  वो सर्दियों मैं फेब मैं आता है, दोस्तों आज कही न कही हम अपने उन आदर्शो को बुल रहे है ये वाला फंडा सायद पश्चमी देशो के लिए ठीक रहेगा क्यों की वहा के लोगो के पास हमारे से जयादा टाइम की किलत है, दूसरा वह प्यार बस थोड़े से टाइम के लिए होता है बाद मैं फिर से नए पयार की जरूरत महसूस होने लगती है कम से कम अभी भारत मैं इतना बुरा टाइम नहीं आया है की हर साल एक नए पयार को डुंडा जाये, अग्रेजो के पास सब  कुछ है सिर्फ "संतोष" के सिवा, और   कम से कम अभी हम इतना busy  नहीं हुए है की पयार के लिए एक महिना या एक हफ्ता अलग से बनाना पड़े, इस मैं एसा कुछ भी नहीं है की मैं आप को कही से भी मना कर रहा हु की आप इस को एन्जॉय न करे, खूब करे और करे भी क्यों न आखिर ये हमारी जिन्दगी है और सब को अपने हिसाब से जिन्दगी जीने का पूरा अधिकार है अगर किसी को किसी से कोई दिकत है तो तो उस बात को न करे!


आज के टाइम पर वैलेंटाइन्स दिवस मार्केटिंग के फंड से जायदा कुछ भी नहीं अगर कुछ हो तो मुझे जरूर बताना, बस वैलेंटाइन्स दिवस, आया और बाजार मैं नए नए ओफ्फेर्स की झड़ी सी लग गयी कोई कुछ बेच रहा है और कोई कुछ बेच रहा है, और वेसे भी आप जानते है की भारत दुनिया का सबसे उभरता हुआ बाज़ार है तो वो भी कोई मोका नहीं गवाना कहते है, चाहे और रेडिओ की बात हो चाहे वो टीवी की बात हो न्यूज़ पेपर की बात हो सब जगह प्यार के इजहार करने के तरीके और किस तरह से अपनी दिल की बात इन उपहारों से समझाई जाये बस ये ही लिखा है!




अब बात उस मार्केटिंग फुंडे की:-

7 फेबुअरी
  • सफ़ेद गुलाब का फुल : दोस्ती की सुरवात के लिए (Rs  50 )
  • पीला गुलाब का फूल :- दोस्ती को पयार मैं badlne के लिए "शरूवात" Rs 70 )
  • लाल गुलाब का फूल :- अब दोस्ती पकी और पयार भी पक्का (Rs 100  )
अब बात 8 तारिक की जब फूल  भी दे किया और जबाब नहीं आया तो अब क्या अब तो एक ही बात की बात ही कर ली जाये वेसे भी बातो मैं बड़ा दम होता है जो फूल भी न कर पाए वो बाते कर दिखाती है, दिल की बात दिल मैं न रह जाये एक बार तो हिम्मत कर हम भी अपनी बात कर आये"

बात 9 तारिक की जब बात बन गयी तो कुछ मुह भी मीठा हो जाये नहीं बनी तो कम से कम अपना तो मूड टिक कर लिया जाये और उस चोक्लाते मैं से कुछ हिस्सा उस को भी दे दो क्या पता कुछ बात बन जाये "कोसिसे कामयाब होती है कोसिस करने मैं क्या है"

उस के बात तारिक 10  की ये बात पक्की है इस टाइम मैं लडकियों को किसी से पयार हो न हो लेकिन हा teddy से बड़ा पयार है, बस teddy देखा नहीं की दिल से लगा लिया तो कोन हो न माकूल है जो इस मोके को छोड़ देगा!

11  फरबरी को अब जब प्यार फूल भी दे किया अपना निवेदन भी कर लिया, चोकलेट भी खा ली तो "पयार का सवाद भी पक्का, वेसे भी अगर आपने कोई भी चोकलेट का विज्ञापन देखा हो तो या तो उस विज्ञापन को लडकिया करती है या बच्चे तो चोकलेट को केसे रहने दे ! अब तो वादा भी करना पड़ेगा न तो वडा भी कर लो वो भी बढ़िया सा एक गिफ्ट खरीद कर उसे उपहार सवरूप दे कर तभी तो पता चलेगा की आपका वादा कितना पक्का है!


12  फरबरी आया और खुशियों की सोगात ले कर आया आज तो गले से लगाने का दिन आ गया जिस का हमें था इंतजार वो घडी आ गयी आ गयी पयार मैं तेरे अब मिट जाना है, तो यहाँ तक आते आते तो आप की निकल पड़ी!


13  फरबरी आया और इतना सब कुछ करने के बाद भी अगर आप को पयार का चुम्भन न मिला तो क्या मिला एस लिए इस मोके को कोई भी नहीं गवाना चाहता है और आज तो मोका बही है और दस्तूर भी है, जब सब बातो के लिए हा और सिर्फ इस बात के लिए न ये तो नहीं चलेगा!




वैलेंटाइन्स दिवस 14  फरवरी अब ये तो नहीं पता की संत वैलेंटाइन्स को उनका पयार मिला या नहीं मिला लेकिन आज के हिंदी फिल्मो के सभी राजकुमारों को आज के दिन " वैलेंटाइन्स दिवस १४ फरवरी " को पयार पक्का मिल जाता है कुछ तो बड़े ही खुस नसीब होते है उनको एक दो नहीं कई लोगो का पयार एक साथ मैं मिल जाता है!



उस के बाद बात कुछ ऐसे लोगो की जो समाज के टेकेदार हो गए है, जिनको सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीति चमकानी है काहे वो किसी भी दल समुदाय के हो मैं किसी व्यक्ति विशेस या दल विशेस के बार मैं बात नहीं कर रहा हु, पैर उन्होंने कसम खा राखी है की वो वैलेंटाइन्स दिवस को भारत मैं नहीं चलने देंगे, उनके हिसाब से ये टिक नहीं है और वो अपना हिसाब अपने ही हिसाब से लगते है जिस के बार मैं कोई कुछ नहीं बोल सकता,!

कुल मिला कर ये ही बोल सकते है की एस मैं कुछ भी एसा नहीं है आप कुछ भी मना सकते हो एस मैं कोई रोक टोक नहीं है पर जिसे आप यार समझ रहे है क्या वो सुच मैं प्यार है या एक दिन जिसे आपने सिर्फ और सिर्फ एन्जॉय करना है जिस दिन आप पयार और एन्जॉय मैं फरक समझ जायेंगे सायद उस दिन आप को १४, वैलेंटाइन्स दिवस का इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योकि उस दिन से आप का पयार आप के साथ ३६५ दिन २४ घंटे आपके साथ रहेगा और आपको खुद ये एहसास होगा की सायद मैं गलत था......

मिर्ज़ा ग़ालिब एक कमल की हस्ती थे उन्होंने अपने एक सेर मैं कहा:- और भी गम है एस दुनिया मैं ऐ मेरे दोस्त एस कम्बखत इश्क के सिवा... 


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