क्रिकेट वर्ल्ड-कप 2015
पूरी दुनिया में आजकल क्रिकेट वर्ल्ड-कप 2015 का खुमार फैला हुआ है, और और जिस देश मैं क्रिकेट एक धर्म हो उस देश का और उस देश के लोगो का क्या कहना। वैसे तो 2015 वर्ल्ड-कप खेलने से पहले ही भारत के खिलाड़ियों का आत्मविस्वास बहुत बड़ा हुआ था, क्योकि उन्होंने उस से पहले की श्रंखला में अच्छे खेल का पर्द्शन किया था।
मुझे याद आता है जब हमारी टीम को वर्ल्ड-कप २०१५ के लिए चयन्ति किया गया था तब उस के चयन पर सवाल उठाये गए थे… की क्या ये खिलाडी अपने देश के लिए एक बार फिर वर्ल्ड-कप ला पाएंगे अभी तक तो खिलाड़ियों ने जिस प्रकार का खेल इस वर्ल्ड-कप में दिखाया है वो काबिले तारीफ है, सेमीफइनल तक की दौड़ मैं अभी तक उन से आगे कोई नहीं निकल पाया, जिसे हमारी कमजोरी बताया जाता था वो बोलर अपना सर्वश्रेठ पर्दशन कर रहे है, इस में कोई दो राय नहीं की पूरी टीम जिस भावना से खेल के मैंदान में उतर कर अपने विरोधियो को धूल चटा रही है वो सिर्फ और सिर्फ तभी सम्भव है जब आप की टीम एक जुट होकर अपना पर्द्शन करे और अभी तक ऐसा हो भी रहा है.
अब बात होने वाले सेमीफइनल की जिस में की हमारा मैच एक मजबूत समझी जाने वाली टीम के साथ है, वैसे ऐसा नहीं हिअ नहीं है की हम ने इस टीम को कभी हराया नहीं है, कई बार हराया है पर एक बात में हमेशा कहता हु कभी भी विरोधी टीम को कम कर आंको, समय है जब हमें एक बार फिर से अपना बेहतर पर्द्शन दे कर अपनी टीम को इस वर्ल्ड-कप के फाइनल में पहुचना है जहा पर न्यूज़ीलैंड पहले से ही पहुंच चूका है.